तेजी से पेट कम करने के ये हैं जबरदस्‍त उपाए


  • सेहत के साथ लुक को भी बिगाड़ती है पेट पर जमा चर्बी।   
  • खाने के अन्‍त में पानी पीना पेट निकलने की मुख्‍य वजहों में से एक।   
  • 25 फीसदी कैलोरीज बर्न होती है नियमित रूप से सैर पर जाने से।
  • तनाव बढ़ाने वाले हार्मोन्स रिलीज होता हैं नींद पूरी न होने पर।



लोगों को सेहतमंद व फिट रखने में उनके आहर की अहम भूमिका होती है। व्यस्त दिनचर्या के कारण लोगों की शारीरिक गतिविधि दिन प्रतिदिन कम होती जा रही है जिसकी वजह से ली गई कैलोरी फैट में तब्दील होकर आपके पेट के आस-पास के हिस्सों में नजर आने लगती है।


अक्सर लोग वजन कम करने में लगे रहते हैं। लेकिन सबसे अधिक जो समस्या आती है वो है पेट के आसपास की चर्बी को हटाना। क्या आप जानते हैं कुछ लोग मोटे नहीं होते लेकिन उनके पेट के आसपास काफी चर्बी जमा हो जाती है। पेट पर जमा फैट ना सिर्फ आपकी सेहत बिगाड़ता है बल्कि यह आपके लुक को भी खराब करता है। जानिए हमारे साथ पेट पर जमा चर्बी को कम करने के आसान व असरकारी उपायों के बारे में और फर्क देखिए-


खाने के बाद पानी पीने से बचें

अक्सर देखा गया है कि खाना खाने के बाद लोग ढेर सारा पानी पी लेते हैं जो कि पेट निकलने की मुख्य वजहों में से एक है। खाने के अन्त में पानी पीना उचित नहीं, बल्कि एक-डेढ़ घण्टे बाद ही पानी पीना चाहिए। अगर आपको ज्यादा प्यास लग रही है तो खाने के बाद बस एक कप हल्का गुनगुना पीएं।

थोड़ा-थोड़ा करके खाएं

तीन टाइम खाने की जगह थोड़ा-थोड़ा करके कई बार खाएं। हर दो घंटे में कुछ ना कुछ खाते रहें। इससे शरीर का मेटाबॉलिज्म तो ठीक रहता ही है साथ ही ऊर्जा का स्तर भी बना रहता है। खाने में प्रोटीन की मात्रा बढाएं। ये पचने में ज्यादा समय लेते हैं और पेट देर तक भरा रहता है। अंडे का सफेद भाग, फैट फ्री दूध व दही, ग्रिल्ड फिश और सब्जियां आपको स्लिम व फिट बनाएंगी।

शहद है फायदेमंद

जैसा कि हम सब जानते हैं शहद गुणों की खान है। यह मोटापा कम करने में भी कारगार है। रोजाना सुबह गुनगुने पानी में शहद मिलाकर पीएं। नियमित रुप से इस प्रक्रिया को अपनाने से आपको जल्द ही असर दिखाई देने लगेगा।


ग्रीन टी पियें

अगर आप चाय पीने के बहुत शौकीन हैं, तो आप दूध की चाय पीने के बजाय एंटीऑक्सीडेंट से भरपूर ग्रीन टी, या फिर ब्लैक टी पियें। इसमें थायनाइन नामक अमीनो एसिड होता है जो मस्तिष्क में ऐसे केमिकल्स का स्त्राव करता है और आपकी भूख पर कंट्रोल करता है।

मॉर्निग वॉक करें फिट रहें

रोजाना सुबह सैर पर जाएं और रात के खाने के बाद भी सैर करना ना भूलें। इससे पेट और कमर की अतिरिक्त कैलोरी कम करने में मदद मिलेगी। क्‍योंकि नियमित रूप से सैर पर जाने से 25 फीसदी कैलोरीज बर्न होती है। पेट जल्दी कम करना है तो तीस मिनट के वॉक सेशन रखें। लगातार स्पीड से ना चल सके तो बीच में इंटरवल लें। थोड़ी देर तेजी से चलें और फिर स्पीड कम कर लें।

उपवास करें

यदि आप खाने-पीने के बहुत शौकीन हैं और अपनी इस आदत से भी परेशान हैं, तो इसका सबसे आसान तरिका ये है कि आप सप्ताह में कम से कम एक बार उपवास जरूर करें। आप चाहे तो सप्ताह में एक दिन तरल पदार्थों पर भी रह सकते हैं, जैसे- पानी, नींबू पानी, दूध, जूस, सूप इत्यादि या किसी दिन सिर्फ सलाद या फल भी ले सकते हैं।

खान-पान का रखें खयाल

यदि आप जंकफूड खूब खाते हैं या फिर आपको तैलीय खाना बहुत पसंद है तो अब इनसे परहेज करना शुरू कर दें। खाने में खासतौर पर सामान्य आटे के बजाय जौ और चने के आटे को मिलाकर चपाती खांए, इससे आप जल्द ही स्लिम ट्रि‍म होंगे। रोजाना कुछ ग्राम बादाम खाने से कमर की साइज 24 सप्ताह में साढ़े छह इंच कम हो सकती है। तो आज से ही तय करें कि रोजाना सौ ग्राम नट्स अपनी डाइट में जरूर से शामिल करेंगे। यह कैलोरी से भरपूर होने के साथ ही फाइबर युक्त भी होते हैं। भोजन में संतुलित कैलोरीज लें। आपको दिनभर में कम से कम 2000 कैलोरी जरूर ले।

नींद पूरी करें

संतुलित आहार व व्यायम के साथ पर्याप्त नींद लेना भी जरूरी है। नींद पूरी ना होने पर तनाव बढ़ाने वाले हार्मोन्स रिलीज होते हैं जो आपको खाने के लिए प्रेरित करते है जिससे पेट की चर्बी भी बढ़ती है। रात में 6 से 7 घंटे सोने वाले लोगों में पेट का फैट कम होता है। इससे ज्यादा या कम नींद लेने वाले लोगों को तोंद की समस्या ज्‍यादा होती है।


योगासन है जरूरी 

कमर और पेट कम करने के लिए आप नियमित रूप से सुबह उठकर योग करें। वैसे भी आप योग से निरोग रह सकते है। लेकिन खासकर आप ऐसे आसनों को करें जिनसे आपके पेट और कमर को कम करने में मदद मिलें। रोजाना सूर्य नमस्कार की सभी क्रियाएं, सर्वांगासन, भुजंगासन, वज्रासन, पदमासन, शलभासन इत्यादि को करें।


बॉल एक्‍सरसाइज करें

जमीन पर पीठ के बल सीधा लेट जाएं। अब हाथों पर एक्‍सरसाइज वाली बडी़ बॉल को हाथों में ले कर अपने दोनों पैरों को ऊपर उठाएं। अब अपने हाथों की बॉल को अपने पैरों में पकड़ाएं और फिर पैरों को नीचे ले जा कर दुबारा बॉल ले कर ऊपर आएं। फिर पैरों से जो बॉल उठाई गई है उसे दुबारा हाथों में पकड़ाएं। इस क्रिया को लगातार 12 बार करें।ऐसा करने से पेट पर जमा फैट कुछ ही दिनों में कम होने लगेगा।

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जो लोग वज़न कम कर रहे हैं, उनके लिए ये है डाइट चार्ट


  • वज़न कम करने के लिए डाइट पर खास ध्यान देना होता है।
  • लो-कैलोरीज़ फूड्स के साथ ऊर्जा प्रदान करने वाला आहार भी लें।
  • सुबह से लेकर रात को सोने से पहले तक क्या खाना है, प्लान करें।



वजन कम करने के लिए कई तरीके हैं, इसके लिए कुछ लोग जिम में खूब मेहनत करते हैं तो कुछ खाना छोड़ देते हैं। लेकिन क्‍या आपको पता है कि मोटापा कम करने के लिए खाना-छोड़ने और जिम में जाने से कही अच्‍छा है कि आप यह जान लीजिए कि क्‍या-क्‍या खाना है और कब खाना है। ऐसा करने से आपका वज‍न जल्‍दी कम होगा और फिट भी रहेंगे।



सुबह उठने पर:

2 खजूर
1 कप चाय
30 मिनट के लिए सैर (तेज़ चलें)।

ब्रेकफास्ट (8 से 9 बजे) :

मूंग की अंकुरित दाल में 1 उबला हुआ आलू डालें और चाट के रूप में इसका मज़ा लें।

ब्रेकफास्ट के 2 घंटे बाद (11 बजे) :

1 गिलास लस्सी

लंच (1 से 2.30 बजे) :

1 चपाती
1 कटोरी लौकी का रायता
1 कटोरी सब्ज़ी
अपना मनपसंद सलाद खाएं।

खाने में 1 चम्मच से ज़्यादा तेल का इस्तेमाल न करें।

शाम की चाय (4 से 5 बजे) :

1 कप चाय
1 बिस्कुट

देर शाम को (7 बजे) :

1 नारियल का पानी पिएं।

डिनर (8 से 9 बजे) :

1 बाउल चाइनीज़ सूप। इसे बनाने के लिए 2 बड़े चम्मच साबुत मसूर की दाल लें। अलग-अलग तरह की सब्ज़ियों को उबाल लें और मिक्सी में पीस लें। अपने स्वाद के अनुसार, इसमें मसाले का उपयोग करें।
इसमें 1 चम्मच मक्खन डालें। ध्यान रहे कि सूप को छाने नहीं।
साथ में एक मुट्ठी पॉपकॉर्न भी खा सकते हैं, लेकिन इसमें मक्खन न डालें।

रात को सोने से पहले :

1 कप दूध पिएं। इसमें आधी चम्मच चीनी डालें।

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All Yoga Asanas Names With Pictures And Benefits in Hindi

अर्ध चन्द्रासन




अर्ध चन्द्रासन जैसा कि नाम से पता चल रहा है, इस आसन में शरीर को अर्ध चन्द्र के आकार में घुमाया जाता है। इसको भी खड़े रहकर किया जाता है। यह आसन पूरे शरीर के लिए लाभप्रद है।

भुजंग आसन

भुजंग आसन का रोज अभ्यास से कमर की परेशानियां दूर होती हैं। ये आसन पीठ और मेरूदंड के लिए लाभकारी होता है।


बाल आसन


बाल आसन से तनाव दूर होता है। शरीर को संतुलिच और रक्त संचार को सामान्य बनाने के लिए इस आसन को किया जाता है।


 मर्जरियासन

बिल्ली को मार्जर भी कहते हैं, इसलिए इसे मर्जरियासन कहते हैं। यह योग आसन शरीर को उर्जावान और सक्रिय बनाये रखने के लिए बहुत फायदेमंद है। इस आसन से रीढ़ की हड्डियों में खिंचाव होता है जो शरीर को लचीला बनाता है।

नटराज आसन



नटराज आसन फेफड़ों की कार्यक्षमता को बढ़ाता है। इय योग से कंधे मजबूत होते हैं साथ ही बाहें और पैर भी मजबूत होते हैं। जिनको लगातार बैठकर काम करना होता है उनके लिए नटराज आसन बहुत ही फायदेमंद है।


गोमुख आसन

गोमुख आसन शरीर को सुडौल  बनाने वाला योग है। योग की इस मुद्रा को बैठकर किया जाता है। गोमुख आसन स्त्रियों के लिए बहुत ही लाभप्रद व्यायाम है।





हलासन



हलासन के रोज अभ्यास से रीढ़ की हड्डियां लचीली रहती है। वृद्धावस्था में हड्डियों की कई प्रकार की परेशानियां हो जाती हैं। यह आसन पेट के रोग, थायराइड, दमा, कफ एवं रक्त सम्बन्धी रोगों के लिए बहुत ही लाभकारी होता है।


सेतु बांध आसन





सेतु बांध आसन पेट की मांसपेशियों और जंघों के एक अच्छा व्यायाम है। जब आप इस योग का अभ्यास करते है तो शरीर में उर्जा का संचार होता है।




रॉकिंग चेयर योग

रॉकिंग चेयर योग करने से रीढ़ की हड्डियों में ऊर्जा का संचार होता है साथ ही शरीर में रक्त का संचार तेज गति होता है।





सुखासन


सुखासन बैठकर किया जाने वाला योग है। ये योग मन को शांति प्रदान करने वाला योग है। इस योग के दौरान नाक से सांस लेना और छोड़ना होता है।


नमस्कार आसन

नमस्कार आसन किसी भी आसन की शुरुआत में किया जाता है। ये काफी सरल है।




ताड़ासन

ताड़ासन के अभ्यास से शरीर सुडौल रहता है और इससे शरीर में संतुलन और दृढ़ता आती है।



रोज त्रिकोण मुद्रा



रोज त्रिकोण मुद्रा का अभ्यास करने से शरीर का तनाव दूर होता है और शरीर में लचीलापन आता है।


कोणासन


कोणासन बैठकर किया जाता है। कमर, रीढ़ की हड्डियां, छाती और कुल्हे इस योग मुद्रा में विशेष रूप से भाग लेते है। इन अंगों में मौजूद तनाव को दूर करने के लिए इस योग को किया जाता है।



उष्टासन



उष्टासन यानी उंट के समान मुद्रा। इस आसन का अभ्यास करते समय शरीर की उंट की जरह दिखता है। इसलिए इसे उष्टासन कहते हैं। उष्टासन शरीर के अगले भाग को लचीला एवं मजबूत बनाता है। इस आसन से छाती फैलती है जिससे फेफड़ों की कार्यक्षमता में बढ़ोत्तरी होती है।


वज्रासन



वज्रासन बैठकर किया जाना जाने वाला योग है। शरीर को सुडौल बनाने के लिए किया जाता है। अगर आपको पीठ और कमर दर्द की समस्या हो तो ये आसन काफी लाभदायक होगा।


वृक्षासन


वृक्षासन का मतलब है वृक्ष की मुद्रा मे आसन करना। इस आसन को खड़े होकर किया जाता है। इसके अभ्यास से तनाव दूर होता है और पैरों एवं टखनों में लचीलापन लाता है।

दंडासन


बैठकर किये जाने वाले योगों में एक है दंडासन। इस योग की मुद्रा का नियमित अभ्यास करने से हिप्स और पेडू में मौजूद तनाव दूर होता है और इनमें लचीलापन आता है।


अधोमुखी श्वान आसन




अधोमुखी का मतलब होता है नीचे की ओर सिर झुकाना। इस आसन में कुत्ते की तरह सिर को नीचे झुकाकर योग किया जाता है। इसलिए इसे अधोमुखी श्वान आसन कहा जाता है। आसन मुद्रा मेरूदंड को सीधा बनाये रखने में सहायक होता है। यह पैरों की मांसपेशियों के लिए अच्छा व्यायाम है।


शवासन


इस आसन को मरे शरीर जैसे निष्क्रिय होकर किया जाता है इसलिए इसे शवासन कहा जाता है। थकान एवं मानसिक परेशानी की स्थिति में यह आसन शरीर और मन को नई ऊर्जा देता है। मानसिक तनाव दूर करने के लिए भी यह आसन बहुत अच्छा होता है।


उत्कट आसन




उत्कट आसन से शरीर के नीचले हिस्से कमर, घुटने एवं पैरो में मजबूती आती है। योग की इस मुद्रा से रीढ की हड्डियों को भी लाभ पहुंचता है।



अनुलोम-विलोम 


योग विधि :
अनुलोम-विलोम योग करने के लिए एक शांत स्थान पर साधारण रूप से बैठ जाए फिर उसके बाद अपने दाएं हाथ के अगुठे से अपनी दाएं नाक का छिद्र को बंद करे और बाए छिद्र से  सांस को अंदर की और भरे और फिर उसको  अंगूठे के बगल वाली दो अंगुलियों से बंद कर दें।

उसके उपरान्त दाहिनी नाक  से अंगूठे को हटा दो और दायीं नाक  से सांस को बाहर निकालिये।
फिर  दायीं नाक  से ही सांस को 4 -5 की गिनती तक अंदर को भरे और दायीं नाक को बंद करके बायीं नाक खोलकर सांस को 8 -9 की गिनती में बाहर निकल लीजिये। इस प्राणायाम को 5 से 15 मिनट तक कर रोजाना करे।

लाभ :
शांति प्रदान करके तनाव कम करता है। आखो की रोशनी बढ़ाता है और रक्त संचालन सही रहता है।अनिद्रा की समस्या में यह प्राणायाम लाभदायक है। मस्तिष्क में होनी वाली समस्याओं को दूर करने में भी लाभदायक है।
फेफड़े मजबूत होते है। सर्दी, जुकाम व दमा की बीमारियो को काफी हद तक दूर करता है।हृदय को  स्वस्थ रखता  है।

ध्यान देने योग्य सावधानियां:

एनीमिया से पीड़ित रोगीयो और कमजोर व्यकति इस योग के दौरान सांस लेने और सांस निकालने  की गिनती को 4 -4 ही रखें। 4  गिनती में सांस का लेना तो 4 गिनती में ही सांस को बाहर छोरना है। कुछ व्यकति समया काम होने के कारण सांस लेने और सांस निकालने का अनुपात 1:2 नहीं रखते। वे बहुत तेजी से और जल्दी-जल्दी सांस लेते और निकालते है। इससे आस पास हवा  में मौजूद धूल, धुआं, जीवाणु और वायरस, सांस नली में पहुंचकर कई प्रकार के संक्रमण को पैदा कर सकते है।​





मंडूकासन Frog Pose


योग विधि :
मंडूकासन के लिए  दोनों पैरों को घुटनों से मोड़कर पीछे की ओर ले जाएं फिर एडिय़ों को फैलाकर दोनों पंजों को मिलाकर उस पर बैठ जाइये। दोनों हाथों के अंगूठों को अंदर करके मुटठी बांध लें और मुटठी को एक-दूसरे से सटाकर नाभि के पास रखिये उसके बाद अब सांस अंदर खींचकर शरीर को ढ़ीला छोड़ दें। फिर सांस को छोड़ते हुए शरीर को धीरे-धीरे आगे की ओर झुकाते हुए छाती को घुटनों से लगाएं। इसके बाद फिर सांस लेते हुए शरीर को वापिस पहले वाली स्थिति में ले आएं। फिर कुछ देर रुककर सांस को छोड़ते हुए फिर से छाती को घुटनों से लगाएं। इस क्रिया को 3-4 बार करें।

योग के लाभ :
पेट के लिए अत्यंत ही लाभयादयक इस आसन से अग्न्याशय सक्रिय होता है जिसके कारण डायबिटीज के रोगियों को इससे लाभ मिलता है। हृदय के लिए भी अत्यंत लाभदायक माना गया है। कब्ज, गैस, अफारा, भूख न लगना, अपच, भोजन का पाचन ठीक न होना आदि विकारों को दूर करता है। आमाशय, छोटी आंत, बड़ी आंत, पित्तकोष, पेन्क्रियाज, मलाशय, लिवर, प्रजनन अंगों और किडनी आदि सभी अंगों पर अनुकूल प्रभाव पड़ता है।

ध्यान देने योग्य सावधानियां:
पेट संबंधी कोई गंभीर रोग हो तो यह आसन न करें। स्लिप डिस्क, ऑस्टियोपॉरोसिस और कमर दर्द के रोगी यह आसन किसी योग चिकित्सक से पूछकर ही करें।





कपालभाती  Kapalbhati



शांत और खुले स्वछ  वतावरण में  बैठकर साँसों को बाहर छोड़ने की क्रिया को करें। साँसों को बाहर छोड़ने या फेंकते समय पेट को अंदर की ओर धक्का देना होता। ध्यान रखें कि सॉस अंदर नहीं लेना है क्योंकि उस क्रिया में सॉस स्वत: ही अंदर  को चली जाती है।


योग के लाभ :
वजन कम और पेट की चर्बी को भी काम करता है। चेहरे की झुर्रिया और आँखों के निचे के कालेपन दूर करके चेहरे की चमक फिर से लौटाने में मदद करता है। गैस, कब्ज और एसिडिटी की समस्या को दूर करता है। शरीर और मन के सारे नकारात्मक तत्व और विचारो को दूर कर देता है। स्मरणशक्ति को बढ़ाता है।
कफ विकार नष्ट करता है और श्वासनली की सफाई अच्छे से हो जाती है। रक्त धमनी की कार्यक्षमता बढाती है और बढ़ा हुआ कोलेस्ट्रॉल को भी कम करने में मदद होती है।


ध्यान देने योग्य सावधानियां:
कपालभाती सुबह के समय खाली पेट, पेट साफ़ होने के बाद ही करना चाहिए। अगर खाना खाने के बाद कपालभाती करना है तो खाने के कम से कम 5 घंटे बाद इसे करे। कपालभाती करने के बाद 30 मिनिट तक कुछ न खाए थोड़ा पानी ले सकते है।  गर्भवती महिला, गैस्ट्रिक अलसर , एपिलेप्सी, हर्निया  के मरीज इस क्रिया को न करे।




मकरासन Crocodile Pose



पेट के बल लेट जाइए फिर दोनों पैरों को मिलाकर अपने कंधे और सिर को उठाइए और दोनों हाथ को कोहनियों को मिलाकर स्टैंड  बनाते हुए हथेलियों को ठोडी के निचे लगाइए। छाती को ऊपर उठाइए। उसके बाद उंगलियों को गाल के साथ लगाकर रखिए.

योग के लाभ :
कमर दर्द में रामबाण का काम करता है मकरासन | इस आसन से साइटिका और गर्दन के दर्द में राहत मिलती है | इस आसन से फेफड़ों की बीमारी एवं दमा रोग से ग्रस्त व्यक्ति को लाभ मिलता है | यह आसन पेट की चर्बी को कम काम होती है तथा कब्ज भी दूर करता है | आँतों की विधिवत  मालिश इस आसन से  हो जाती है |

ध्यान देने योग्य सावधानियां:
खाली पेट ही इस आसन को करना चाहिए | इस आसन को  हर्निया की शिकायत होने पर न करे। यह आसन करने के बाद कुछ समय पीठ के बल लेटकर के लिए शवासन अवश्य करे।

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वीकेंड के लिए डाइट प्लान जिससे वज़न कम करने में मदद मिलेगी




  • ऑफिस का काम छोड़कर कुछ समय अपनी हेल्थ पर देने का
  • 5 दिन के डाइट चार्ट्स फॉलो कर चुके हैं
  • यह है डाइट प्लान जो आप हफ्ते के अंत में फॉलो कर सकते हैं


ऑफिस का काम छोड़कर कुछ समय अपनी हेल्थ पर देने का। हेल्द माइंड और बॉडी के लिए ज़रूरत सिर्फ एक्सरसाइज़ करने की नहीं है, बल्कि प्रॉपर डाइट की भी है। अगर आप हमारे बताए हुए 5 दिन के डाइट चार्ट्स फॉलो कर चुके हैं, यह है डाइट प्लान जो आप हफ्ते के अंत में फॉलो कर सकते हैं।


सुबह उठने पर:
2 अंजीर। इससे आपको 65 कैलोरी मिलेगी।
1 कप चाय (20 कैलोरी)

ब्रेकफास्ट (8-9 बजे)
150 मि.ली. दूध लें। इसमें 4 बड़े चम्मच कॉर्नफ़्लेक्स के डाल दें। इसमें 1 चम्मच पिसे हुए बादाम, काजू और अखरोट मिक्स करें। आपके इस पौष्टिक आहार में दूध से आपको 100 कैलोरी मिलेगी, कॉर्नफ़्लेक्स से 65 कैलोरी और पीसे हुए बादाम, अखरोज, काजू से 30 कैलोरी।

सुबह उठने के दो घंटे बाद (11 बजे)
1 गिलास छाछ। इससे आपको 50 कैलोरी मिलेगी।
छाछ में न सिर्फ कैलोरी कम होती हैं, बल्कि इसमें प्रोबायोटिक्स भी होते हैं। प्रोबायोटिक्स रोग प्रतिरोधक क्षमता को बढाने में मददगार साबित होते हैं। ये हानिकारक बैक्टीरिया को नष्ट करके हमें पाचन तंत्र संबंधी तमाम बीमारियां जैसे-डायरिया, कोलाइटिस से बचाते हैं।

लंच (1-2.30 बजे)
आज लंच में फ्राइड नूडल्स हैं। इसे बनाने के लिए 2 छोटे चम्मच तेल, 4 बड़े चम्मच उबली हुई नूडल्स लें। इसमें चिकन के 2 टुकड़े या 1 अंडा या 4 टुकड़े पनीर के डालें। ज़्यादा स्वाद के लिए इसमें सब्ज़ियां भी डालें।
नूडल्स के आपको 150 कैलोरी मिलेगी, पनीर से 100 कैलोरी और सब्ज़ियों से 50 कैलोरी।
मैदा नूडल्स की जगह गेहूं के नूडल्स ही खरीदें।

शाम की चाय (4-5 बजे)
इतने स्वादिष्ट लंच के बाद शाम को 1 कप गर्मा-गरम चाय पीएं।
साथ में 1 मुट्ठी भूने हुए चने की खाएं। आप चाहें तो चने को चाट के रूप में भी खा सकते हैं।
भूने हुए चने से आपको 100 कैलोरी मिलेगी।

डिनर (8-9 बजे)
1 बाउल लाल-लाल टमाटरों का सूप पीएं। इसमें 1 छोटा चम्मच मक्खन डाल सकते हैं।
साथ में 1 स्लाइस ब्रेड का ले लें। ब्रेड को टोस्टर में या फिर तवे पर सेंक लें।
सूप से आपको 100 कैलोरी मिलेगी और टोस्ट से 80 कैलोरी।
टमाटर में एंटीऑक्सीडेंट होता है, जिसके चलते आपकी पाचन शक्ति बढ़ती है। इससे कब्ज भी दूर होती है। टमाटर के सूप से वज़न में भी कटौती होती है, क्योंकि इसमें कैलोरी बहुत कम होती है और यह शरीर में एकत्रित अतिरिक्त वसा को गलाने में भी महत्वपूर्ण भूमिका अदा करता है।

रात को सोने से पहले
इस वक्त आपको कुछ मीठा खाने की इच्छा ज़रूर हो रही होगी, तो आधा कप फ्रूट कस्टर्ड खाएं।
कस्टर्ड से आपको 70 कैलोरी मिलेगी।
कस्टर्ड के चलते आपका मीठा खाने का मन ज़्यादा नहीं करेगा, क्योंकि जब आप बिल्कुल मीठा बंद कर देते हैं, तब आपका मीठा खाने का मन ज़्यादा करता है।

 

How To Fast Weight Lost in Hindi © 2012 | Designed by Mussab Ahmad

Thanks to: Mussab Ahmad,

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